The New Wave Shutdown एक फिल्मी आन्दोलन था, जिसमें निर्देशकों ने सिनेमा के प्रति अपने दृष्टिकोण को क्रांतिकारी रूप से परिवर्तित किया। इसका प्रभाव विश्व के कई देशों में देखा गया, जहां 1968 को राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हलचल का साल माना गया।
1975 cameras shutter down एक घटना थी, जिसमें कैनेस फिल्म महोत्सव में अमेरिकी अभिनेता पॉल न्यूमन को फोटोग्राफर्स ने नजरअंदाज कर दिया था।
पॉल न्यूमन ने महोत्सव में पहुंचते ही फोटोग्राफर्स के साथ पोज करने से मना कर दिया था, जिससे वे नाराज हो गए।
जब पॉल न्यूमन शाम को पैलेस की सीढ़ियों पर चढ़े, तो फोटोग्राफर्स ने अपने कैमरे बंद करके साइलेंट प्रोटेस्ट किया।
पॉल न्यूमन को माफी मांगनी पड़ी, और अगले दिन से सब सामान्य हो गया।
1991 rocking the dress code board एक घटना थी, जिसमें कैनेस फिल्म महोत्सव में पॉप आइकन मडोना ने महोत्सव के आधिकारिक ड्रेस कोड को तोड़ा था।
मडोना ने एक लंबी गुलाबी साटन की क्लोक पहनी थी, जिसे वह पैलेस की सीढ़ियों पर उतार कर फ़ेंक दी।
उसके नीचे, उसने Jean Paul Gautier (जीन-पॉल-गौतियर) के डिजाइन किए हुए 40s-प्रेरित दो-टुकड़े का बस्टियर (bustier) पहना हुआ था, जो कि महोत्सव के मानकों से काफी हटकर था।
मडोना का यह प्रदर्शन काफी सुर्खियाँ बनाया, और कुछ समीक्षकों को पसंद भी आया।
2015 और उसके बाद के फैशन पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन एक आन्दोलन था, जिसमें कैनेस फिल्म महोत्सव में महिलाओं को फ्लैट जूते पहनने से रोका गया था।
महोत्सव के आयोजकों ने महिलाओं से मांग की थी कि वे हील्स पहनें, जो कि कुछ महिलाओं को असुविधा पहुंचाती है। इसके खिलाफ, कुछ प्रसिद्ध हस्तियों ने समर्थन जताया।
2022 stop the war Heal the world एक गाना है, जिसे Michael Jackson (माइकल-जैक्सन) के नाम से जाना जाता है।
यह गाना 1991 में रिलीज हुआ था, लेकिन 2022 में फिर से प्रसिद्ध हुआ, जब कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में संकट की स्थिति हुई।
यह गाना शांति, प्रेम और समझौते का संदेश देता है, और लोगों को एक-दूसरे की मदद करने के लिए प्रेरित करता है।
यह गाना Michael Jackson की सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली रचनाओं में से एक माना जाता है, और 2022 में Grammy Award (ग्रैमी-अवॉर्ड) के लिए नामांकित हुआ।
परमाणु की मृदा से स्क्विरल को कोई हानि होती है? - परमाणु की मृदा: स्क्विरल के लिए वरदान या अभिशाप?
अर्कटिक गर्म हो रहा है और इसके कारण अर्कटिक ग्राउंड स्क्विरल का हाइबरनेशन प्रक्रिया में बदलाव आ रहा है। ये स्क्विरल हाइबरनेशन के दौरान अपने शरीर को जमने से बचाने के लिए अपनी मोटापे से गर्मी पैदा करते हैं। परंतु, परमाणु की मृदा में जमने में देरी होने से, स्क्विरल को हाइबरनेशन के दौरान गर्मी पैदा करने में भी देरी होती है। साथ ही, पिछले 25 सालों में, महिला स्क्विरल हाइबरनेशन समाप्त करके पहले निकलती हैं, पुरुष स्क्विरल की तुलना में। यह इसलिए होता है क्योंकि महिला स्क्विरल को अपने बच्चों का ख्याल रखना होता है, जबकि पुरुष स्क्विरल को नहीं। इससे महिला स्क्विरल को हाइबरनेशन के दौरान कम मोटापा खर्च करना पड़ता है, और वे जल्दी ही भोजन की तलाश में निकलती हैं। यह प्रक्रिया में बदलाव, पर्यावरण के साथ-साथ, स्क्विरल के प्रजनन, सेहत, और प्रतिस्पर्धी क्षमता पर भी प्रभाव डाल सकता है। हाइबरनेशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें कुछ प्राणियों का शरीर और मन गहरी नींद में चला जाता है। हाइबरनेशन में प्राणियों का शरीर तापमान, सांस, और हृदय गति कम हो जाती है। हाइबरनेशन से प्राणियों को सर्दी से बचाव मिलता है, और उन्हें खाने की कमी के मौसम में भोजन की कम आवश्यकता होती है। हाइबरनेशन मुख्यत: सर्दी के महीनों में होता है। हाइबरनेशन के लिए प्राणियों को पहले से ही पर्याप्त ऊर्जा संचित करना पड़ता है, जो उनके निष्क्रिय अवधि के दौरान काम आती है। कुछ प्राणियों को हाइबरनेशन के दौरान अपने बच्चों को जन्म देना होता है, जो वे हाइबरनेशन के बाद या उससे पहले करते हैं। यह इस तरह समझाया जा सकता है कि जब परमाणु की मृदा जल्दी जमती है, तो स्क्विरल को अपने शरीर को गर्म रखने के लिए अपने मोटापे से गर्मी पैदा करना पड़ता है। लेकिन, जब परमाणु की मृदा देर से जमती है, तो स्क्विरल को अपने शरीर को गर्म रखने के लिए गर्मी पैदा करने में भी देरी होती है। उदाहरण के लिए, मानिए कि स्क्विरल को हाइबरनेशन में 1000 कैलोरी की ज़रुरत है। अगर परमाणु की मृदा 10 सितंबर को ही जम जाए, तो स्क्विरल को 10 सितंबर से ही 1000 कैलोरी प्रति-दिन ख़र्च करना पड़ेगा। लेकिन, अगर परमाणु की मृदा 20 सितंबर को जमे, तो स्क्विरल को 10 सितंबर से 20 सितंबर तक केवल 500 कैलोरी प्रति-दिन ख़र्च करना पड़ेगा, और 20 सितंबर के बाद ही 1000 कैलोरी प्रति-दिन ख़र्च करना पड़ेगा। इससे स्क्विरल को हाइबरनेशन के दौरान अपने मोटापे को अधिक समय तक बचा सकता है, और वह जल्दी ही भोजन की तलाश में नहीं निकलना पड़ता है। परमाणु की मृदा वह मृदा है जिसमें परमाणु अथवा अणु विखंडन होता है। परमाणु अथवा अणु विखंडन से उत्पन्न ऊर्जा को परमाणु ऊर्जा कहते हैं। परमाणु की मृदा को अंग्रेजी में परमाणु की मृदा (nuclear soil) कहते हैं। परमाणु की मृदा में परमाणु विखंडन के कारण, उसका तापमान बहुत ऊंचा होता है। इसलिए, स्क्विरल को हाइबरनेशन के दौरान परमाणु की मृदा से गर्मी मिलती है, और उन्हें अपने मोटापे से ज़्यादा गर्मी पैदा करने की ज़रुरत नहीं होती है। परमाणु की मृदा का उदाहरण है परमाणु भट्टी, जिसमें भारी धातु (पारा, प्लुटेनियम आदि) के टुकड़े रख देने के बाद, वे रेडियो सक्रिय हो जाते हैं, और परमाणु विखंडन होता है। परमाणु भट्टी से परमाणु ऊर्जा प्राप्त की जाती है, जो कि विद्युत, गर्मी, और अन्य कार्यों के लिए प्रयोग की जाती है।
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